श्रेष्ठ समाधान चमत्कारिक परिणाम

तीन मुखी रूद्राक्ष को सत्व, रज, और तम इन तीनों त्रिगुणात्मक शकितयों का स्वरूप माना गया है । यह ब्रह्राा , विष्णु और शिव के स्वरूप का त्रिमूर्तिमय रूप होता है । यह तीन अगिनयों के स्वरूप वाला है। इसके धारण से विधाओं की प्रापित होती है । मंदबुद्धि बालकों के लिए इसे धारण इसे धारण करना नितातं आवश्यक है । निम्न - रक्तचाप के निराकरण हेतु इसे पहना जा सकता है । इसे धारण करने वाला अगिन के समान तेजस्वी हो जाता है ।

उपयोग से लाभ :-
  • इस रूद्राक्ष को पत्थर पर घिस कर नाभि पर लगाने से धातु रोग में लाभ होता है ।
  • तीन मुखी रूद्राक्ष की माला द्वारा जप करने से यश प्राप्त होता है एवं कामनायें सिद्ध होती है ।
उपयोग मंत्र

ऊँ क्लीं नम: । ऊँ अग्नये नम: ।

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